पटना। लोगों को फोन पर झांसा देकर उनके खाते से रकम उड़ाने वाले साइबर गिरोह के एक शातिर कुंदन कुमार को पत्रकारनगर थाना क्षेत्र के डाक्टर्स कालोनी में बैंक के बाहर से गिफ्तार कर लिया गया। 32 वर्षीय कुंदन मूल रूप से बिहारशरीफ का निवासी है। उसके पास से मिले बैग की तलाशी ली गई तो उसमें चार एटीएम से निकाले गए एक लाख रुपये, विभिन्न बैंकों के 33 एटीएम कार्ड, नौ पासबुक और तीन चेक बुक बरामद किया गया है। वहीं, सूचना मिलते ही आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी सहित तीन पदाधिकारी थाने में मामले की छानबीन करने पहुंचे।
पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने चार अन्य साथियों के साथ रामकृष्णा नगर के जगनपुरा में किराये के फ्लैट में रहता था। पूरे गिरोह को नवादा के कतरीसराय निवासी चंदन कुमार संचालित करता है। वही गिरोह का सरगना है। पत्रकारनगर थानेदार मनोरंजन भारती ने बताया कि चंदन सहित अन्य का नाम सामने आया है। एक टीम नवादा में दबिश दे रही है।
सरगना के कहने पर एटीएम से निकासी करने पहुंचा था कुंदन
पुलिस डाक्टर्स कालोनी में गश्ती कर रही थी। इसी बीच एचडीएफसी बैंक के बाहर एक युवक काफी देर से घूम रहा था। उसके पीठ पर बैग देख पुलिस को संदेह हुआ और उसे हिरासत में लेकर थाना लाया। पूछताछ के दौरान वह शुरू में पुलिस को गुमराह करने लगा। तलाशी के क्रम में उसकी जेब से एक लाख कैश मिला। रुपये का हिसाब मांगा गया तो चुप्पी साध लिया। बैग से काफी संख्या में अलग नाम से एटीएम और पासबुक मिलने पर पुलिस का संदेह यकीन में बदल गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह साइबर अपराधी चंदन गिरोह का सदस्य है, जो पिछले एक साल से चंदन के साथ काम करता है। उसके साथ तीन अन्य लोग भी जगनपुरा में किराये के फ्लैट में रहते हैं। उसका काम सिर्फ ठगी की रकम आने पर उनकी निकासी कर चंदन तक पहुंचाना है। सभी एटीएम कार्ड से ठगी की रकम निकासी करने के लिए पत्रकारनगर आया था। चार एटीएम से एक लाख निकासी कर चुका था, 29 से निकासी करना बाकी था।
गिरोह में 30 से अधिक शातिर, चंदन ने दी थी ट्रेनिग
कुंदन ने पुलिस को बताया कि चंदन के गिरोह में उसकी तरह तरह 30 से अधिक लोग शामिल हैं। सभी को चंदन ने साइबर ठगी का प्रशिक्षण कतरीसराय में एक साल पहले दिया था। बताया कि गिरोह मोबाइल और लैपटाप के जरिए लोगों को काल, संदेह, मेल, वाट्सएप पर मैसेज भेजकर विभिन्न तरीके से झांसा देकर उनके खाते रकम की निकासी करता है। साथ ही चेहरा पहचानो, लकी ड्रा, नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा, मोबाइल पर लिक भेजना, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर झांसा आदि देता है।
हर महीने एक लाख सेअधिक मिलता था कमीशन
कुंदन पहले चंदन के साथ लोगों को फोन कर झांसा देता था। पिछले एक माह से उसको दूसरा काम दिया। कुंदन के जिम्मे ठगी की रकम निकासी कर उसे चेन के जरिए कुंदन तक पहुंचाना था। इसके बदले में कुंदन को हर महीने करीब एक लाख रुपये कमीशन मिल रहा था।