कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद भवन में आज कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी मीटिंग जल्द बुलाया जाएगा. साथ ही जल्द ही चिंतन शिविर के आयोजन करने की बात कही. उन्होंने पार्टी की मजबूती पर जोर दिया और कहा कि वक्त है कि कांग्रेस के नेता आपसी मतभेद भुला कर पार्टी को मजबूत करें, क्योंकि देश के लिए कांग्रेस जरूरी है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी की विभाजनकारी नीति चल रही है. ये बाज नहीं आ रहे हैं. जमीन पर संघर्ष जरूरी है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं से महंगाई के खिलाफ अपनी आवाज को पुरजोर तरीके से उठाने की बात कही. जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों को लेकर उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा.
सोनिया गांधी ने सीपीपी की बैठक में कहा कि पार्टी में एकता सर्वोपरि है और मैं इसे सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं. जो सुझाव मिले हैं , उनपर काम कर रहे हैं. सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का पुनरुत्थान न सिर्फ पार्टी के लिए, बल्कि देश के लोकतंत्र और समाज के लिए आवश्यक है. उन्होंने शिविर आयोजित करने की भी बात कही. सोनिया गांधी ने कहा कि शिविर आयोजित करना बेहद जरूरी है, ताकि लोग अपनी बात कह सकें और पार्टी को चलाने के लिए एक रोड मैप तैयार हो सके.
उन्होंने कहा कि हमारे चार बहुत वरिष्ठ और अनुभवी सहयोगी अभी हाल ही में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए हैं. उनमें से प्रत्येक ने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत योगदान दिया है. मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूं. मुझे विश्वास है कि वे सभी सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में किसी न किसी तरह से जुड़े रहेंगे और हमारी पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे.