गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर चाकू से हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर से पुलिस को नये सबूत हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर वह किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता था. दरअसल मुर्तजा अपने घर की छत पर बीते कुछ दिनों से एयरगन से निशाना लगाना सीख रहा था.
गोरखपुर पुलिस ने बरामद की गई एयरगन और छर्रे यूपी एटीएस को सौंप दिए हैं. आपको बता दें कि मुर्तजा इस समय पुलिस हिरासत में है. उसको सोमवार की रात 8 बजे से 11 अप्रैल की दोपहर 2 बजे तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा. इस दौरान पुलिस और सुरक्षा जांच एजेंसियां अपने तरीके से पूछताछ कर रही हैं.
चाकू से वारकर पीएसी के जवानों को कर दिया था घायल
दरअसल मुर्तजा ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के साउथ गेट पर रविवार शाम को मंदिर के बाहर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो कॉन्स्टेबल को धारदार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया. गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के महंत हैं.
मुर्तजा ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है उसके बाद उसने दो कंपनियों में नौकरी भी की है. 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद उसने पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम किया और फिर एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में काम किया.
आईएसआई से जुड़े वीडियो देखता था मुर्तजा
गौरतलब है कि मुर्तजा से पूछताछ और पड़ताल में जांच एजेंसियों को ये पता चला है कि वह आईएसआईएस से जुड़े वीडियो लगातार देखता था. इसके अलावा कट्टरपंथी मौलाना जाकिर नाइक के भड़काऊ भाषण भी देखता था. सुरक्षा बलों ने पूछताछ में पता लगाया है कि इंटरनेट पर जेहादी वीडियो सर्च करने के दौरान वह कट्टरपंथियों के संपर्क में आया था.
दरअसल उसने जेहादी वीडियो सर्च करने के बाद उसमें कमेंट किये थे. जिसके जरिये वह कट्टरपंथी आतंकियों के समर्थन में आया था. कट्टरपंथियों ने मुर्तजा को जेहादी बनाने के लिये बेहद शातिराना तरीका अपनाया था. इसके अलावा जांच में पता चला है कि मुर्तजा नेपाल जाते वक्त बॉर्डर इलाके में मौजूद मदरसों में भी गया था.