One Nation One Election: 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है। सूत्रों का कहना है कि इसमें एक देश एक चुनाव को लेकर बिल लाया जा सकता है। वहीं सरकार ने इसे लेकर एक कमेटी का भी गठन किया है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। 2018 में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक देश एक चुनाव को लेकर बात सामने रखी थी।
One Nation One Election क्या है?
- ‘एक देश-एक चुनाव’ का विचार पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने से है.
- इसका मतलब यह है कि पूरे भारत में लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होंगे.
- यही नहीं मतदान भी इसी समय के आसपास होगा.
- वर्तमान में, राज्य विधानसभाओं और लोकसभा के चुनाव अलग-अलग होते हैं.
क्या देश में एक साथ लोकसभा और राज्यसभा का चुनाव संभव?
- इसका जवाब है हां।
- ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है।
- आजादी के बाद केंद्र और राज्यों के चुनाव एकसाथ ही हुए थे।
- इसके बाद केंद्र और राज्यों में सरकारों के गिरने से इनके चुनाव में अंतर आ गया है।
- देश के स्वतंत्र होने के बाद पहली बार 1952 में चुनाव हुए.
- तब चुनाव (लोकसभा) के साथ सभी राज्यों की विधानसभाओं के लिए भी चुनाव हुए.
- 1957 में भी ऐसा ही हुआ.
- तब राज्यों के पुनर्गठन, यानी नये राज्यों के बनने के कारण 76% राज्यों के चुनाव लोकसभा के साथ ही हुए.
- यह सिलसिला पहली बार तब टूटा जब 1959 में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने केरल की ईएमएस नंबूदरीपाद की कम्युनिस्ट सरकार को बर्खास्त कर दिया.
संविधान में संशोधन करना होगा
- यदि देश में एक देश एक चुनाव लागू होता है तो इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा.
- संविधान के पांच अनुच्छेदों- 83, 85, 172, 174 और 356 में संशोधन करना होगा.
- एक देश एक चुनाव को लागू करने के लिए सभी राजनीतिक दलों और सभी राज्य सरकारों की सहमति होना आवश्यक है.
- इस कार्य के लिए अतिरिक्त ईवीएम/ वीवीपैट की आवश्यकता होगी.
- इस समय देश में दस लाख मतदान केंद्र हैं.
- यदि पूरे देश में वीवीपैट सिस्टम प्रयोग किया जाता है तो एक साथ चुनाव कराने के लिए दोगुने वीवीपैट की आवश्यकता होगी.
- एक साथ चुनाव कराने के लिए ईवीएम और वीवीपैट की खरीद पर नौ हजार दो सौ चौरासी करोड़ से अधिक रुपया खर्च करना पड़ेगा.
- इवीएम को रखने के लिए भंडार गृह की जरूरत दोगुनी हो जायेगी, जो समस्या का कारण बन सकती है.
- अतिरिक्त मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों की जरूरत होगी, जिससे राज्यों पर दबाव पड़ेगा.
- एक साथ चुनाव कराने के लिए पर्याप्त धन की आवश्यकता भी होगी.
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि मोदी सरकार चाहती है कि लोकतांत्रिक भारत धीरे-धीरे तानाशाही में तब्दील हो जाए.
- तेजस्वी यादव ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव करने से पहले एक राष्ट्र, एक आय करो.
- आम आदमी को वन नेशन वन इलेक्शन से क्या मिलेगा.
- जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने आरोप लगाया कि एक राष्ट्र, एक चुनाव बीजेपी की महंगाई और रोजगार पर अपनी विफलता से लोगों का ध्यान बांटने की चाल है.