केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उड़ान-आरसीएस योजना के तहत गोरखपुर से वाराणसी के बीच पहली सीधी उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि हम दो प्राचीन शहरों को जोड़ रहे हैं, जिनका हमारे देश के इतिहास पर गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक प्रभाव है। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2022 तक गोरखपुर हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव की क्षमता को मौजूदा 100 यात्रियों से बढ़ाकर 300 यात्रियों तक की जाएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले 4 हवाई अड्डे थे, लेकिन अब प्रयागराज, कानपुर, बरेली और कुशीनगर में हवाई अड्डों के निर्माण के साथ अब राज्य में कुल 9 हवाई अड्डे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सहारनपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र में 7 नए हवाई अड्डे और नोएडा, अयोध्या में दो नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे स्थापित किए जाएंगे।
बता दें, पिछले 5 सालों में उड़ान योजना के तहत 409 मार्गों और 66 हवाई अड्डों का संचालन किया गया है, जिससे 90 लाख से अधिक लोगों को लाभ हुआ है। 2025 तक नागर विमानन मंत्रालय उड़ान-आरसीएस योजना के तहत 1000 नए मार्गों के साथ-साथ भारत में 100 नए हवाई अड्डों का संचालन करने के लिए 34 नए हवाई अड्डों का निर्माण किया जाएगा।