हरिद्वार: उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद राजनीतिक दल हार जीत के गुणा भाग में जुटे हैं. ऐसे में हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार की जीत की भी खासी चर्चा हो रही है. पत्रकार से विधायक बने उमेश कुमार की जीत इसलिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि उन्होंने विधायक प्रणव सिंह चैंपियन के गढ़ में घुसकर उन्हें करारी शिकस्त दी है. लगातार विवादों में रहने के चलते भाजपा ने चैंपियन का टिकट काट दिया था और इस बार चैंपियन की पत्नी रानी देवयानी को चुनाव मैदान में उतारा था. उमेश कुमार ने बसपा के रविंद्र सिंह को 6900 वोटों से हराया है, जबकि भाजपा की रानी देवयानी तीसरे स्थान पर रहीं.
कौन हैं उमेश कुमार
पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतर कर जीत दर्ज करने वाले उमेश कुमार पेशे से पत्रकार रहे हैं. उमेश कुमार का नाम साल 2016 में उस समय सबसे ज्यादा चर्चा में आया था जब उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत का स्टिंग ऑपरेशन कर विधायकों की खरीद-फरोख्त का पर्दाफाश किया था. उस समय मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. उमेश कुमार एक न्यूज़ चैनल के मालिक हैं और खुद को जनता की आवाज उठाने वाला पत्रकार कहते हैं. उमेश कुमार का कहना है कि खानपुर की जनता ने विकास के लिए उन्हें चुना है. जनता अहंकारी राजा नहीं बल्कि एक सेवक चाहती है.
हेलीकॉप्टर वाले नेता
खानपुर विधानसभा से चुनाव जीतने वाले उमेश कुमार ना तो राजनीतिक बैकग्राउंड के व्यक्ति हैं, ना ही उन्हें चुनाव लड़ने का कोई अनुभव है. बावजूद इसके उमेश कुमार कुछ ही महीनों में खानपुर विधानसभा की जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे. रोचक बात ये है कि इस क्षेत्र में उमेश कुमार हेलीकॉप्टर वाले नेता के नाम से चर्चित हैं. जिसका कारण ये है कि उमेश कुमार हेलीकॉप्टर में सफर करते हैं और विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को उन्होंने हेलीकॉप्टर से आसमान की सैर कराई. इतना ही नहीं हेलीकॉप्टर वाले नेता के नाम से चर्चित होने पर उमेश कुमार ने अपना चुनाव चिह्न भी हेलीकॉप्टर को ही चुना.