विजय सिंह पेशे से एक शिक्षक है। विजय की ज़िन्दगी तब से बिलकुल बदल गयी जब विजय ने एक दिन एक बच्चे को अपनी मां से रोटी मांगते हुए देखा। तब से समाज के लिए संघर्ष करने लगे है और अब विजय अपनी इस लड़ाई को चुनाव के मैदान में ले जाने वाले है।
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 अबसे कुछ ही दिनों में होने वाले है। इसी चुनाव में ऐसा भी एक शख्स ऐसा है जो अकेले ही अपने दम पर उत्तर प्रदेश के दो सबसे बड़े VVIP को चुनौती देने का ऐलान किया है। इस व्यक्ति का नाम विजय सिंह है और ये पेशे से शिक्षक है। विजय सिंह उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यम्नत्री अखिलेश यादव के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने जा रहे है। उत्तर प्रदेश के ही एक स्कूल के शिक्षक विजय सिंह मीडिया से कहा कि, वह इस बार के चुनाव में गोरखपुर शहरी सीट से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ और करहल विधानसभा क्षेत्र में अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे और प्रचार भी करेंगे।
कौन हैं ये विजय सिंह?
विजय सिंह पेशे से एक शिक्षक है लेकिन पिछले कुछ वक़्त से एक भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता की भूमिका में हैं। ग़ौर करने वाली बात है कि विजय उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले 26 साल से धरने पर बैठे हैं और समाज के लिए संघर्ष कर रहे है। इसके अलावा विजय भू माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करते आ रहे है। विजय ने दावा किया है कि भू माफियाओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ग़रीब दबे कुचले लोगो के हजारों एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा है।
पर्चा दाखिल करने की तैयारी कर रहे है विजय सिंह
विजय सिंह ने एक मीडिया चैनल को बताया कि, “हां, मैंने ऐलान किया है कि मैं इस बार के विधानसभा में चुनाव लडूंगा। मैं आने वाले 9 फरवरी को गोरखपुर शहरी सीट के लिए नामांकन दाखिल करूंगा।” मालूम हो कि आने वाले 11 फरवरी को गोरखपुर शहरी सीट के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। अगले महीने के 3 मार्च को यहां मतदान होने को है। ख़ास बात ये है कि इस सीट से सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ने वाले है।
विजय सिंह ने आगे कहा है कि, “मैं प्रदेश की जनता को जागरूक करने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। पिछले 26 वर्षों में उत्तर प्रदेश पर शासन करने वाली कोई भी राजनितिक पार्टी भ्रष्टाचार से लड़ने और भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने में नाक़ाम रही है।”